केसे करे पैरो की देखभाल ?
पैरो की देखभाल भी उतनी ही जरुरी है जितनी की चेहरे की इसीलिए हमे पैरो का भी खास ख्याल रखना चाहिये .क्योकि पैर भी हमारी ही सरीर का हिस्सा है,
तलवों को शरीर का दूसरा हृदय कहा जाता है, क्योंकि तलवों पर एक गद्दीनुमा मांस का भाग होता है,
जिस पर बहुत सारे रोम छिद्र होते हैं। इनका आकार त्वचा के रोम छिद्र से बड़ा होता है.
जब हम चलते हैं तो इस गद्दी पर पूरे शरीर का दबाव पड़ता है। फलस्वरूप रोम छिद्र फैलते हैं.
यदि पैरो की तालबे गंदे कटे फाटे है तो सरीर की त्वचा भी ऐसी ही होगी .
कहना यही है की यदि पैरो के तलबो की नियमित रूप से सफाई और मालिश की जाती रहे तो सरीर की त्वचा तो अच्छा ऑक्सीजन और खून मिलता है.
पैरो को साफ रखने के लिए अपनाये ये तरीके
- इसीलिए कहा जाता है की तालबे चमकंगे को चहेरा दमकेगा .
- रात को सोने से पहले तलबो की सफाई करे और पैरो की मालिस जरुर करे .
- तलवों की नियमित मालिश करें। मालिश के लिए तेल का चुनाव तलवों की प्रकृति के हिसाब से करें।
- खुश्क और पसीना छोड़ते तलवों के लिए वेसलीन और चंदन तेल मिलाकर मालिश करें।
- बच्चों और महिलाओं की सूखी और कठोर एड़ियों में जैतून का तेल और चाल मोगरा का तेल मिलाकर,
- कटी-फटी एड़ियों की मालिश सरसों का तेल, वेसलीन और नीबू मिलाकर करें
- और जिन तलवों में स्पंज कम हो गया हो, खिंचाव होता हो और एड़ी में खून आता हो तो शंखपुष्पी और नारियल का तेल मिलाकर मालिश करें.
- सुबह स्नान करते समय हलके से तलबो की रगड़ कर साफ करे और स्नान के बाद सादा सरसों का तेल लगाये.
- सुबह स्नान करते समय हल्के से तलवों को रग़ड़कर साफ करें और स्नान के बाद सादा सरसों का तेल लगाएँ.
- ऊंची एड़ी के चप्पल, सेंडिल और जूतों से बचें, क्योंकि इससे रक्त का प्रवाह असामान्य होता है.
- प्रतिदिन 15 से 20 मिनट नंगे पैर घास में या हल्की गीली मिट्टी में अवश्य चलें.
- तलवों का स्पंज बढ़ाने के लिए मिट्टी या बजरी पर उछलकूद करें।
- ऐसा करने पर केंद्रीय तंत्रिका तंत्र तेजी से विकसित हो संतुलित हार्मोंनों के स्राव में मदद करता है.
- बाहर जाने से पैरो में मोज़े जरुर पहने इससे आपके पैर हमेशा साफ रहंगे
- रात को सोते समय आप फूट केयर क्रीम का भी इस्तमाल कर सकते है.