सर्दी से बचाने के लिए अपनाएं ये Tips
घर को गर्म रखने की कोशिश करें। तापमान में ज्यादा गिरावट आए तो बिजली से चलने वाले उपकरणों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
बच्चे के पास लड़की या अन्य कोई चीज न जलाएं। इसका धुआं उसे बीमार कर सकता है।
– रात में बच्चे को सर्दी से बचाएं, लेकिन बहुत ज्यादा कंबल या रजाई उस पर न डालें।
वह आसानी से सांस ले सके, इसका ख्याल रखें। कमरे का तापमान बढ़ाने की कोशिश करें और हल्का कंबल ओढ़ाएं।
यही बात कपड़ों पर लागू होती है। नए कपड़े पहले पानी से धोएं, फिर पहनाएं।
– बच्चों में नाक बंद होने की समस्या आम है। डॉक्टर के बताए अनुसार नेज़ल नोज़ल ड्रॉप्स यानी नाक में डाली जाने वाली दवा जरूर रखें।
– बच्चे का पेट दर्द कर रहा है या पेट साफ नहीं हो रहा है, अजवाइन देना फायदेमंद होता है।
पहनाएं पूरे गर्म कपड़े
बच्चों के कपड़े का सर्दियों में विशेष ध्यान रखें। कपड़े की थोड़ी सी भी लापरवाही बच्चे को भारी पड़ सकती है।
इसलिए जैसे ही मौसम बदले, बच्चे को गर्म कपड़े पहनाना शुरू कर दें।
हल्की ठंड को नजरअंदाज ना करें और बच्चे को हमेशा मोजे पहना कर रखें।
मालिश के लिए करें गर्म तेल का प्रयोग
मालिश से जहां बच्चे की मांस पेशियां मजबूत रहती हैं, वहीं इसके साथ बच्चों का शरीर गर्म भी रहता है।
इसलिए सर्दी के मौसम में बच्चों की मालिश जरूर करें। मालिश करते समय गर्म तेल का प्रयोग करें।
ना खिलाएं ठंडी चीजें
सर्दी में भूल से भी बच्चे को ठंडी चीजें ना खिलाएं। अगर आपका बच्चा 7 माह से अधिक का है और वह खाना खाता है,
तो उसे ठंडी चीजें न खिलाएं और साथ ही उसे बासी खाना या ठंडा खाना भी न दें।
बेहतर क्वालिटी के स्वेटर पहनाएं
स्वेटर हमेशा अच्छी क्वालिटी का पहनाएं, क्योंकि वूलन से कभी-कभी त्वचा में एलर्जी हो जाती है।
घर के तापमान पर रखें ध्यान
अक्सर ठंड में बचाने के लिए बच्चों को हीटर और ब्लोअर से गर्म कमरे में रखा जाता है।
लेकिन ये आदत बच्चों के लिए अक्सर बीमारी की वजह बन जाती है। कमरे का तापमान हमेशा सामान्य होना चाहिए।
अधिक गर्म वातावरण से अगर बच्चा सामान्य तापमान में जाता है तो उसे तुरंत सर्दी असर करती है।
बच्चे का बिस्तर रखें गर्म
बच्चे का बिस्तर गर्म रखें। उसके सोने से पहले हॉट वॉटर बॉटल रखकर बिस्तर को गर्म कर लें।
लेकिन ध्यान रहें कि बच्चे के सोने से पहले बॉटल वहां से हटा दें।
रोजाना पिलाएं दूध
एक साल तक के बच्चों को मां के दूध के अलावा जरूरत पड़ने पर फॉर्म्युला मिल्क (नैन, लैक्टोजन आदि) दें।
इसके बाद दो साल के बच्चों को फुल क्रीम दूध दें। यह उम्र बच्चे के दिमाग और आंखों के विकास के लिहाज के काफी अहम होती है।
फल भी खिलाएं
बच्चों को सीजनल सब्जियां दें। उन्हें सारे फल भी खिला सकते हैं। फल में हल्का नमक लगा कर खिलाने से सर्दी होने का खतरा नहीं रहता है।
साथ ही शाम के समय फल ना खिलाएं। शाम के समय फल खिलाने से सर्दी लगने का खतरा रहता है।
बच्चे को रोजाना बादाम, काजू, किशमिश दे सकते हैं। इसके साथ ही दूध में केसर मिलाकर बच्चों को पिलाने से सर्दी में फायदेमंद रहता है।
बच्चे को रोजाना अंडा भी खिलाएं। अंडे से आपके बच्चे का शरीर गर्म रहता है।
रोजाना खिलाएं एक चम्मच च्यवनप्राश
च्यवनप्राश सर्दी में बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद होता है, इसलिए सर्दी में रोजाना एक चम्मच बच्चे को च्यवनप्राश जरूर खिलाएं।
बच्चे को हो सकें तो दूध में हल्दी मिलाकर भी पिलाएं।